" जैन धर्म "
💖 खुश किस्मत हूँ, पुण्यशाली हूँ
जैन धरम में जनम मिला।
खुश किस्मत हूँ , पुण्यशाली हूँ
महावीर का, मनन मिला ॥
जैन धरम में जनम मिला।
खुश किस्मत हूँ , पुण्यशाली हूँ
महावीर का, मनन मिला ॥
💖 मनन मिला, चींतन मिला
तीर्थंकर भगवानों का।
सार मिला, अमृत मिला
आगम और शास्त्रों का ॥
महावीर ने, अपनी वीरतासे..
सिद्ध शिला का वरन किया।
जीव दया के संदेश से..
दानवता का हरण किया ॥
तीर्थंकर भगवानों का।
सार मिला, अमृत मिला
आगम और शास्त्रों का ॥
महावीर ने, अपनी वीरतासे..
सिद्ध शिला का वरन किया।
जीव दया के संदेश से..
दानवता का हरण किया ॥
गर्भ में माँ त्रिशला के..
महावीर प्रभु जब आए थे।
स्वर्ग में बैठे इन्द्रों के
सिंहासन भी कम्पाये थे ॥
महावीर प्रभु जब आए थे।
स्वर्ग में बैठे इन्द्रों के
सिंहासन भी कम्पाये थे ॥
आखरी भवमे, जन्मे ऐसे
न दोबारा जन्म मिले ।
जन्म-जन्म के कर्म कटें
भवी जीवों को मोक्ष मार्ग मिले ॥
न दोबारा जन्म मिले ।
जन्म-जन्म के कर्म कटें
भवी जीवों को मोक्ष मार्ग मिले ॥
जैन एक धर्म है, जात नहीं है..
भवी जीव! सब सुन लेना !
नस्लों का सौगात नहीं है,
इतना सभी समज लेना ।
भवी जीव! सब सुन लेना !
नस्लों का सौगात नहीं है,
इतना सभी समज लेना ।
जैन धरम का.. त्याग से..
ईतना गहरा नाता है।
एशो-आराम से जीवन काटते
जैन नहीं बन पाता है।
ईतना गहरा नाता है।
एशो-आराम से जीवन काटते
जैन नहीं बन पाता है।
जैन धर्म नहीं मिल सकता..
बाजारों औरॅऑ चोबारों में।
नहीं वह कभी नजर आएगा
आतंकी हथियारों में॥
बाजारों औरॅऑ चोबारों में।
नहीं वह कभी नजर आएगा
आतंकी हथियारों में॥
नहीं कभी वह मिल पायेगा
प्यालों में, मधुशाला में ।
धर्म मिलेगा तुम्हे सिर्फ
त्यागी चंदनबाला में॥
कर्मो के ऊँचे शिखरों को
देखते देखते तोड़ दिया ।
मानव से मानवताई को
देखो कैसे जोड़ दिया ॥
प्यालों में, मधुशाला में ।
धर्म मिलेगा तुम्हे सिर्फ
त्यागी चंदनबाला में॥
कर्मो के ऊँचे शिखरों को
देखते देखते तोड़ दिया ।
मानव से मानवताई को
देखो कैसे जोड़ दिया ॥
बीच भंवर में फंसी नाव को
एक भवमे ही, पार किया ।
सब जीवों को शांतीसे,
जीने का अधिकार दिया॥
शरमाते हैं, भागते हैं जो..
संतो का नाम पडने पर।
इतरायेंगे, पछताएंगे,
मृत्यु आते जानकर॥
एक भवमे ही, पार किया ।
सब जीवों को शांतीसे,
जीने का अधिकार दिया॥
शरमाते हैं, भागते हैं जो..
संतो का नाम पडने पर।
इतरायेंगे, पछताएंगे,
मृत्यु आते जानकर॥
जैन संत, कोई नाम नही
पाखंडो और पंडों का।
ठर्रा-बीडी, धुआं चीलमी
बडे पेटवाले पंडो का ॥
पाखंडो और पंडों का।
ठर्रा-बीडी, धुआं चीलमी
बडे पेटवाले पंडो का ॥
जैन संत की, महिमा जगतमें
इतनी बड़ी, निराली है।
तप और त्याग की बगिया को
सींचे, जैसे माली है॥
इतनी बड़ी, निराली है।
तप और त्याग की बगिया को
सींचे, जैसे माली है॥
साधू बनना खेल नही है
तमाशा करने वालों का।
तेल निकल जाता है, देखो
अच्छे-अच्छे, पहलवानो का॥
तमाशा करने वालों का।
तेल निकल जाता है, देखो
अच्छे-अच्छे, पहलवानो का॥
मानव योनि मिली जब गई है
धर्म करो, कल्याण करो।
बंद पींजरेमे, कैद जो है
आतम का उत्थान करो॥
धर्म करो, कल्याण करो।
बंद पींजरेमे, कैद जो है
आतम का उत्थान करो॥
💥 शोर-शराबा, बाहरी दीखावा,
करने से, ना लाभ होगा ।
जींदगी सारी गुजर जायेगी
खाली हाथ, रह जायेगा ॥
करने से, ना लाभ होगा ।
जींदगी सारी गुजर जायेगी
खाली हाथ, रह जायेगा ॥
करना है तो धर्म ही करो,
महावीर प्रभुको याद करो।
पल-पल मत, जीवन का तुम
ईस तरह बरबाद करो ॥
महावीर प्रभुको याद करो।
पल-पल मत, जीवन का तुम
ईस तरह बरबाद करो ॥
Very Nice Poetry!! Thanks for Sharing...
ReplyDeletevery good
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